Navratri me mataji ko kaise prasan kare: नवरात्रि का पवित्र और पावन त्यौहार मां दुर्गा को समर्पित है, यह त्योहार साल में दो बार आता है। हिंदू धर्म में यह त्यौहार बहुत ही खास है, इसमें 9 दिन तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। मां के नौ रूपों के महत्व अलग अलग है, जिसके बारे में हमे जानकारी होना जरूरी है। ऐसे मान्यता है कि 9 दिन मां की आराधना करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। बहुत से लोग यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि 9 दिन मां की आराधना कर उन्हे प्रसन्न कैसे करें?
हमारे वेद और पुराणों में, मां की आराधना करने और उनको प्रसन्न करने के कई तरीके बताए गए हैं। इनमे से किसी भी उपाय का पालन कर आप माता रानी को प्रसन्न कर सकते है। आइए कुछ ऐसे तरीको और उपायों के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से जानते है। जिससे हम मां जगतजन्नी को प्रसन्न कर सकेंगे, और मां की कृपा प्राप्त कर सकेंगे।

Navratri क्या है?
Navratri शब्द दो शब्दो को मिलाकर बना है, नव और रात्रि, नव यानी नौ और रात्रि यानी रात। Navratri एक पवित्र और लोकप्रिय हिंदू त्यौहार है जिसकी बहुत बड़ी मान्यता है। यह त्योहार साल में दो बार आता है एक बार जो गर्मी शुरू होने से पहले आते है जिसे चैत्र नवरात्र कहते है। दूसरा शारदीय नवरात्र जो सर्दियां शुरू होने से पहले आते है, यह दोनो नवरात्रि की अपनी अपनी मान्यता है। हिंदू धर्म में अधितर त्यौहार रात के समय ही बनाए जाते है, और जिसमे से नवरात्रि एक है। इन दिनों मां आदि शक्ति के नो रूपों की पूजा अर्चना की जाती है।
नवरात्रि क्यों मनाई जाती है?
नवरात्रि साल में दो बार आती है, और दोनो की अलग अलग मान्यता है। चैत्र की नवरात्रि मुख्य है, और शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ भगवान राम जी ने किया था। आइए दोनो नवरात्रि के पीछे के कारणों को जानते है, के यह क्यों मनाया जाता है?
चैत्र नवरात्र क्यों मनाते है?
हिंदू धर्म के अनुसार रम्भासुर नाम के एक राक्षस था जिसका एक पुत्र था जिसका नाम महिषासुर था। महिषासुर बहुत ही ताकतवर और क्रूर था, उसने एक कठिन तपस्या करके ब्रह्मा देव को प्रसन्न किया। उसने भगवान ने वरदान मांगा के कोई भी असुर या देवता मेरा वध न कर सके। इसके बाद वह देवताओं पर बहुत अत्याचार करने लगा और तीनों लोको में अपना सिक्का जमाने के राह में चल पड़ा।
इसके बाद सभी देवताओं ने मिलकर मां आदिशक्ति का आवाहन किया। तब माता रानी ने चैत्र के दौरान अपने 9 रूपों को प्रकट किया, इन रूपों को सभी देवताओं ने अपने अपने अस्त्र दिए। माना जाता है की यह कार्य शुक्ल प्रतिपदा से लेकर नवमी तक चला, इसलिए नौ दिन तक का मां के नौ रूपों की पूजा होती है। आखरी दिन मां ने महिषासुर का वध किया और महिषासुर मर्दिनी कहलाई।
शारदीय नवरात्र क्यों मनाते है?
शारदीय नवरात्रि की कहानी धर्म ग्रंथो के अनुसार भगवान पुरुषोत्तम राम से जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने रावण का वध करने के लिए माता का अनुष्ठान किया। यह अनुष्ठान लगभग नौ दिन तक चला और आखरी दिन माता ने प्रकट होकर श्रीराम जी को आशीर्वाद दिया। इसके बाद राम जी ने रावण का वध किया, यह पूजा राम जी ने अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू की और यह नवमी पर खतम की। तब से लेकर आज तक साल में दो बार नवरात्रि मनाई जाती है।
Navratri me Mataji ko kaise prasan kare
कोई भी कार्य बिना माता की पूजा के अधूरा है, हिन्दू लोगो में खासतौर पर माता रानी की पूजा की जाती है। लेकिन माता की असीम कृपा पाने के लिए आप उन्हें कैसे प्रसन्न कर सकते हैं आज हम आपको इस बारे में जानकारी देंगे। इन सब को अपनाकर आप माता रानी की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें प्रसन्न कर सकते है।
1: नव दिन माता के लिए व्रत करे।
Navratri में माता रानी को खुश करने के लिए भक्त उनके लिए नव दिन तक व्रत करते है। माना जाता है के व्रत करने से माता रानी प्रसन्न होती है और भक्तो को आशीर्वाद देती है।
2: नौ दिन तक खिलाएं गाय को रोटी
हिंदू धर्म में गाय को मां माना जाता है, और गाय की पूजा की जाती है। पुराणों में लिखा है कि गाय की सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। माना जाता है क्या यदि आप नवरात्रों में गाय को रोटी खिलाते हैं तो इससे माता रानी प्रसन्न होती है। जब माता रानी प्रसन्न होती है तो इससे आपके घर में सुख शांति का आवाहन होता है।
3: मां को फूल अर्पण करे।
धार्मिक मान्यता के अनुसार मां को लाल रंग के फूल बहुत प्रिय है। माता को लाल रंग बहुत अच्छा लगता है इसलिए मां को लाल रंग की चुनरी, वस्त्र, फुल, और तिलक आदि चढ़ाया जाता है।
4: नवरात्रि में जलाए अखंड ज्योति।
अपना अक्षर नवरात्रों में लोगों को अखंड ज्योत जलाते हुए देखा होगा यह सुना होगा। माना जाता है नवरात्रों में अखंड ज्योत जलाने से घर की दुख और दरिद्रता दूर जाती है। इन नौ दिनों में मां के आगे अखंड ज्योत जलाने का एक विशेष महत्व है। अखंड ज्योत को एक संकल्प के तौर पर रखा जाता है माना जाता है कि मां भगवती के आगे आप संकल्प लेते हैं तो मैं आपकी मनोकामना पूर्ण करती है।
5: घर में और बाहर बनाएं सतिए (卐) का निशान।
हिंदू धर्म में सतिये (卐) का निशान बहुत पवित्र माना गया है, और इसका खास महत्व है। माना जाता है कि घर के बाहर सात्विक बनाने से घर में सकारात्मक शक्तियों का आवाहन होता है। और जिस घर में अच्छी ऊर्जा पाई जाती है वहां पर मां का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। “
6: मां के लिए पाठ करे।
माता रानी को प्रसन्न करने के लिए आप नवरात्रों में चंडी पाठ या दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं। नवरात्रों में यह दोनों पाठ करने से मन प्रसन्न होती है और अपने भक्तों पर असीम कृपा प्रदान करती है। यदि आप इस पाठ का आवाहन करेंगे वह भी नियमों के साथ तो उससे आपको बहुत लाभ होगा।
7: कभी न करे यह भूल
9 दिन माता रानी आपके घर में विराजमान होती है, और इन दोनों आपके घर में या शराब या मीट मांस का सेवन नहीं करना है। घर में वेट मास का सेवन करने से मन आपसे नाराज हो जाएगी, और मां मांसाहार ने सक्त खिलाफ है। इसके अलावा 9 दिन तक घर में भोजन बनाने के दौरान लहसुन और प्याज का प्रयोग ना करें। तराशा लहसुन और प्याज तामसिक भोजन में आता है जिस वजह से लहसुन और प्याज से दूर रहती है। इसके अलावा जितने दिन मां आपके घर में विराजमान रहे इतने दिन घर में क्लेश की लड़ाई झगड़ा ना करें। लड़ाई झगड़ा करने से घर में नकारात्मक शक्तियां आती है।
8: रोजाना करे पूजा पाठ।
नवरात्रों में लगातार 9 दिन आपके मन की पूजा अर्चना करनी है। रोजाना आपको सुबह शाम मां के आगे धूप, दीप और अगरबत्ती जलानी है। इसके अलावा आपको सुबह और शाम 9 दिन तक मन को भोजन करना है भोजन करने के लिए आपके बिना लहसुन और प्याज का खाना बनाना है। इसके बाद आपको एक कपूर पर पांच तरीके के मेवे रखकर उसमें थोड़ा सा भोजन का टुकड़ा तोड़कर कपूर को जलाना है। ऐसा करने से माता जी को भोजन स्वीकार होगा और वह आपसे प्रसन्न होकर आपके आशीर्वाद प्रदान करेंगी।
Frequently Asked Question?
Q: नवरात्रि कब है?
A: इस साल साल शारदीय Navratri 15 अक्टूबर से शुरू है, और 24 अक्टूबर को समाप्त है।
Q: नवरात्री त्योहार किसको समर्पित है?
A: नवरात्रि का त्योहार मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है।
Q: माताजी को प्रसन्न कैसे किया जाता है?
A: नवरात्रि में माता रानी को प्रसन्न करने के लिए आप चंडी या सप्तशती का पाठ कर सकते हैं। यह पाठ करने से माता रानी प्रसन्न होती है, और भक्तो को मनचाहा वरदान देती है।
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Conclusion
तो दोस्तों यह थी जानकारी नवरात्रि के बारे में। हमने आपको इस आर्टिकल में बताया नवरात्रि में माता जी को प्रसन्न कैसे करें? हमने आपको नवरात्रि का महत्व और मां को प्रसन्न करने के कुछ तरीके बताएं। उम्मीद आपको यह जानकारी पसंद आई होगी यदि आपको जानकारी अच्छी लगी तो उसे शेयर कीजिए। इसके अलावा यदि आपके दिमाग में इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न है तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें हम आपका जवाब देने की कोशिश जरूर करेंगे।