Navratri में क्या करना चाहिए : हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही महत्व माना जाता है और नवरात्रि के दिन 9 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूप का पूजन किया जाता है और यदि कोई व्यक्ति नवरात्रि के दौरान मन से, भक्ति से और प्रसन्न होकर पूजा करते हैं तो उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
नौ दिनों तक मंदिर और घर में मां दुर्गा की उपासना होती है और उनकी पूजा की जाती है साथ ही मां दुर्गा की पूजा बहुत ही विधि और विधान से की जाती है । अगर आप भी अपनी मनोकामना नवरात्रि के पर्व में पूरी करना चाहते हैं और मां दुर्गा का आशीर्वाद लेना चाहते हैं तो आपको कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए ।
आज हम इस आर्टिकल में बताएंगे की मां दुर्गा की पूजा कैसे करें? और नवरात्रि के दोनों क्या करना चाहिए ?क्या नहीं करना चाहिए ?कन्या पूजन कैसे करें ?और नवरात्रि की सामग्री क्या-क्या होती है? चलिए हम आपको बताएंगे की नवरात्रि में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

Navratri क्यों मनाई जाती है?
नवरात्रि क्यों मनाई जाती है : दोस्तों नवरात्रि का पर्व हिंदुओं में बहुत महत्व माना जाता है।
ब्रह्मा विष्णु और महेश ने आदिशक्ति प्रदान की जिससे माँ दुर्गा आदिशक्ति के रूप में प्रकट हुई । इसके बाद मां दुर्गा और महिषासुर की विधि युद्ध हुआ ।ऐसा माना जाता है की मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और भगवान राम ने रावण का वध किया था। अच्छाई की बुराई पर जीत हुई थी।
Navratri में क्या करना चाहिए:
नवरात्रि में आपको कलश की स्थापना करनी चाहिए साथ ही अखंड ज्योति जलाकर मा देवा का मंत्र जपे । और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
दुर्गा चालीसा और देवी भागवत पुराण का पाठ करें।
पाठ करने के बाद मां दुर्गा के आरती जरूर करें और भोग लगाएं।
नवरात्रि में क्या क्या करें:
- नवरात्रि के 9 दिन तक आपको रोजाना सुबह नहा कर पूजा के स्थान और अपने घर को अच्छे से साफ करना होगा।
- पूजा स्थान की अच्छी से सफाई करें और गंगाजल से उसको शुद्ध करें साथी विधि विधान से सुबह और शाम माता जी की पूजा करें।
- दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ बहुत ही महत्व माना जाता है पूजा करते समय आपको यह दोनों ही पाठ और चालीसा करनी होगी।
- नवरात्रि में नौ दिनों तक माताजी के सामने अखंड ज्योत जलाएं साथ ही कलश की स्थापना करें और पाठ करें । सप्तशती पाठ होने के बाद आपको दुर्गा जी की आरती करनी होगी
- यदि आप 9 दिन तक व्रत है तो आपको ध्यान रखना होगा कि आप चारपाई या बेड पर ना सोए आप जमीन पर बिस्तर बिछाकर सो सकते हैं।
- आपको नवरात्रि में सात्विक भोजन करना होगा और शुद्ध विचार के साथ अच्छे कर्म करने होंगे।
- यदि आप 9 दिन का व्रत नहीं कर सकते तो आप पहले दिवस और अष्टमी का उपवास कर सकते हैं।
- आप मंदिर या अपनी पूजा स्थान में माता जी को लाल चुनरी चढ़ाएं।
- ऐसा माना गया है की मां दुर्गा को सोलह सिंगार करना पसंद है आप नवरात्रि के दौरान माता रानी को सोलह सिंगार जरुर चढ़ाएं।
- अष्टमी या नवमी को आप कन्या को हलवा पुरी का भोग लगाएं।
- नियमित रूप से मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें आपको शक्ति और आशीर्वाद की पूर्ण प्राप्ति होगी
- मां दुर्गा को लाल सिंदूर लाल होली लाल पुष्प और लाल चुनरी जरूर चढाये।
Navratri में क्या नहीं करना चाहिए:
- यदि आपने अखंड दीप जलाया है तो आप अपने घर को अकेला छोड़कर नहीं जाना चाहिए।
- आपको ध्यान रखा रखना होगा की नवरात्रि के दौरान लहसुन और प्याज का इस्तेमाल ना हो।
- नवरात्रि के नौ दिनों तक बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए।
- नवरात्रि के दौरान आपके मन में किसी भी प्रकार का दोष घमंड ना हो अपने मन को बिल्कुल शुद्ध रखें और मां की भक्ति में लीन होकर पूजा करें।
- नवरात्रि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से दूर रहे।
- नवरात्रि के नौ दिनों तक नमक और अनाज का सेवन ना करें।
- यदि आपने नवरात्रि का व्रत रखा है तो आपको बेल्ट चप्पल जूते चमड़े आदि से बने वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- आपको ध्यान रखना होगा कि गंदे कपड़े नहीं पहनना चाहिए।
- नवरात्रि में आपको कलह से दूर रहना है। कला करने से व्रत धारी को दुख पहुंच सकता है जिससे देवी मां आपसे रूठ सकती हैं।
- धार्मिक बातों में अपना मन लगाकर रखें।
- नवरात्रि में शराब का सेवन बिलकुल भी ना करें।
मां दुर्गा की पूजा की विधि :
- Navratri के दिनों आपको सुबह उठकर जल्दी स्नान करके पूजा स्थान की सफाई करके गंगाजल से उसको शुद्ध करना होगा।
- मां दुर्गा का गंगाजल से अभिषेक करें।
- मां दुर्गा को अक्षत सिंदूर और लाल फूल अर्पित करें साथ ही फल और मिठाई को प्रसाद के रूप में चढ़ाएं।
- मां दुर्गा के पास कलश में नारियल चढ़ा कर रखें।
- मां दुर्गा के सामने धूप और अखंड दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और मां दुर्गा की आरती करें।
- मां देवी का पूजन और पाठ आपको सुबह शाम दोनों समय करना चाहिए।
Navratri पूजा की सामग्री सूची:
- मां का सोलह सिंगार
- जौं बोने के लिए मिट्टी का बर्तन
- नारियल , लाल कपड़ा
- आम का पत्ता
- मां दुर्गा की चुनरी
- पान का पत्ता और सुपारी
- नारियल और कलश चढ़ाने के लिए मिट्टी का गमला या बर्तन
- गंगाजल
- लाल फूल और माला
- अखंड ज्योति
- दूर्वा
- मिठाई और फल
- हवन की सामग्री
- गुड़ और घी से हवन
- कपूर
नवरात्रि कन्या पूजन कैसे करें:
- हिंदू धर्म के हिसाब से अष्टमी और नवमी में देवी मां की पूजा की जाती है और कन्या को भोज कराया जाता है।
- नवरात्रि में पूजा और हवन करने के बाद नो कुंवारी कन्या और एक लंगूर को भजन करना होता है।
- आप अपने घर में पूरी चने और हलवे का भोग बनाएं साथ ही फल और मिठाइयां चढ़ाई।
- घर में आए कन्या और लंगूर के सबसे पहले पर धूल कर उनका आशीर्वाद लें और उनको तिलक लगाकर आसन पर बैठाएं और भोजन का भोग लगाएं।
- कन्या और लंगूर को चुनरी पहन कर पैर छूकर उनके आशीर्वाद लें और विदा कर दें। उपहार के रूप में आप रुपए दे सकते हैं।
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Conclusion
आज किस आर्टिकल में हमने आपको नवरात्रि के पूजन के बारे में विस्तार से जानकारी दें और आपको बताया कि नवरात्रि की नौ दिनों तक आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए साथ ही हमने आपको नवरात्रि के समय चढ़ने वाले सामग्रियों के बारे में बताया और कन्या पूजन कैसे करें यह भी बताया है उम्मीद है आपको हमारे इस आर्टिकल से बहुत जानकारी मिली होगी और आपको नवरात्रि पूजन करने में काफी सहायता मिली होगी। यदि आपको सुझाव और विचार करने हैं तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।
FAQ ( Frequently Asked Questions )
नवरात्रि का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
नवरात्रि का त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत ही महत्व है ऐसा माना जाता है की मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और भगवान राम ने रावण का वध किया था अच्छाई की बुराई पर जीत हुई थी।
नवरात्रि में किन बातों का ध्यान रखना है?
नवरात्रि में आपको ध्यान रखना होगा कि आप लहसुन और प्याज का सेवन न करें साथ ही मांस का सेवन न करें। आपको ध्यान रखना होगा कि अखंड ज्योत जलाने के बाद आपके घर अकेला छोड़कर नहीं जाना होगा।
क्या नवरात्रि में बाल और नाखून काटने चाहिए?
नहीं, आपको नवरात्रि में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए।
नवरात्रि में कौन सा पाठ करना चाहिए?
नवरात्रि में आपको दुर्गा जी का सप्तशती का पाठ करना चाहिए।
दुर्गा माता का मूल मंत्र क्या है?
दुर्गा माता का मूल मंत्र है :नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।
नवरात्रि में कितने व्रत रख सकते हैं?
नवरात्रि में 9 दिनों तक का व्रत रखना मान्यता माना जाता है। यदि आप 9 दिन का व्रत नहीं रख सकते तो नवरात्रि का पहला दिन और अष्टमी का व्रत रख सकते हैं।
नवरात्रि में किन चीजों का सेवन करना चाहिए?
नवरात्रि में आपको फलों का सेवन करना चाहिए। नमक और अनाज का सेवन न करें।